Duplicate Content Kya Hai?Duplicate Content Kaise Check Kare?

Duplicate Content Kya Hai?
Duplicate Content Kya Hai?
 

Duplicate Content Kya Hai? अगर आप एक नए ब्लॉगर हैं? या आप ब्लॉगिंग मे अपना कैरियर बनाना चाहते हैं और आप ऑनलाइन ब्लॉगिंग के बारे में विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारी की तलाश में हैं, तो यह लेख आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी होगी।Kya आप जानते Hai कि किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट पर प्रकाशित लेख हमेशा आपकी अपनी होनी चाहिए? क्या आप अपनी साइट पर अपनी Content प्रकाशित कर रहे हैं, या आप अनजाने में अन्य लोगों की प्रकाशित Content की नकल कर रहे हैं। अगर ऐसा किया गया है, तो फिर आपको ऐसा करने से बचना चाहिए।

अगर आप ऐसा करने हैं, तो यह गलती आपकी साइट की रैंकिंग को खराब कर सकता है। Google कि Terms and Conditions के हिसाब से आपकी साइट पर किसी और की Content प्रकाशित करना अस्वीकार्य है। इसलिए इस प्रकार की Duplicate Content न केवल आपके पेज कि रैंक को कम कर सकती है, बल्कि आपके वेब पेज को खोज इंजन से पूरी तरह से हटा भी सकता है।

Duplicate Content Kya Hai In Hindi

डुप्लिकेट content वह content होता है जो कि ऑनलाइन पर एकसे अधिक पते (URL) पर मजॣत होता है। यदि एक ही content को कई URL में प्रदर्शित किया जाता है, तो इसे डुप्लिकेट content माना जाता है। य content  कई वेब page पर बिल्कुल same या फिर आंशिक समान रूप से दिखाई देता है।

Kaise बनते Hai Duplicate content?

अब तक हमने जाना कि Duplicate Content Kya Hai? चलिए अब जानते है कि यह बनते केसे है।

आमतौर पर, किसी भी वेबसाइट पर जानबूझकर duplicate content नहीं बनाई जाती है। हालांकि, कुछ मामलों में इसकि उलट भी होते हैं। वास्तव में, ऑनलाइन सामग्री का लगवग 26-30% content duplicate content के रूप में चिह्नित है।आइए unintensional duplicate content के वनके के पीछे कि कुछ कारणों पर एक नज़र डालें।

URL की विविधता

एक ही Id के अंतर्गत अलग-अलग Id के Variations वन जाने के कारन इस प्रकार की समस्याए आति है। 

उदाहरण के तौर पे:

Duplicate Content Kya Hai
Duplicate Content Kya Hai
 

जब आप अपनी वेबसाइट पर SSL प्रमाणपत्र को जोड़ते हैं, तो आपकी वेबसाइट के दो संस्करण बनते हैं। एक HTTP से जुड़ा होता है और दूसरा HTTPS के साथ जुड़ा  होता है। हलाकि दिखने में दोनों एक जैसे ही होते हैं, लेकिन कोई भी Search Engine उन्हें पूरी तरह से अलग मानता है। भले ही दोनों में एक ही प्रकार की content हो, लेकिन Search Engine दोनो को अलग वेबसाइटों के URL के रूप में इस पर प्रतिक्रिया करता है।ओर फिर यह एक Duplicate Content का एक मुद्दा बनाता है।

Duplicate Content के प्रकार।

दो प्रकार हैं Duplicate Content होते है:

१). आंतरिक डुप्लिकेट सामग्री(Internal duplicate content).

२). बाहरी डुप्लिकेट सामग्री(External duplicate content).

जब एक डोमेन, एक ही वेबसाइट पर एक ही content के साथ कई URL बनाता है, तो आपकी वेबसाइट पर Internal duplicacy जेसा Problems पैदा हो जाता है।External duplicacy को क्रॉस-डोमेन duplicate content के रूप में परिभाषित किया जाता है, अर्थात् दो या दो से अधिक डोमेन, जिनके पास same content होता है, ओर उन्हें Search Engine द्वारा Index किया जाता है, तो फिर यह external duplicacy माना जाता है।दोनों ही सुरत मे यह आपकी साइट कि SEO पर एक बड़ा प्रभाव ड़ालता है। इससे SERP में 

आपकी रैंकिंग नीचे जा सकती है।

Internal Duplicate Content के समस्याएं।

सामान्य तरपर एक वेबसाइट पर Internal Duplicate Content के होनेसे कई समस्याएं हो सकते हैं। इन में से कुछ आम समस्याओं के वारे मे निचे दिया गया है।

ऑन-पेज के दृष्टिकोण से।

Duplicate content की समस्याओं से बचने के लिए, अपनी साइट के HTML कोड में एक Unique, Page Title और मेटा विवरण शामिल करना बहुत ही जरुरि है।

जैसे: – H1, H2, H3, H4, H5, H6 आदि।

अपनी साइट के प्रत्येक page के लिए एक शीर्षक और न्यूनतम  मेटा विवरण बनाएँ। ध्यान रहे, जितना हो सके खुद को Duplicate Content से दूर रखें। खोज इंजन हमेशा आपकी वेबसाइट के मेटा विवरण की गुणवत्ता का निरीक्षण करता हैं।हालाँकि, कई मामलों में Google स्वचालित आपकी मूल सामग्री मे से कुछ प्रासंगिक भागोंको मेटा विवरण के रूप में प्रस्तुत करता है।

Duplicate Content Kya Hai
Duplicate Content Kya Hai
 

Product descriptions के मामले में

ईकॉमर्स साइटों में यह समस्या आम है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसी वेबसाइट के मामले में, आपको प्रत्येक product के लिए एक अलग मेटा विवरण लिखना होता है।यदि आप किसी खास product को Search Result में रैंक कराना चाहते हैं, तो आपको अपने product page को एकहि product वेचने बाले अन्य वेबसाइटों से पूरी तरह से अलग बनाना होता है।इन ई-कॉमर्स साइटों के साथ एक और आम समस्या product का आकार और रंगों की विविधता है। इस मामले में, Duplicate Content जैसी समस्याओं से बचना हो तो ईसके अलग-अलग page कभी ना वनाए। इस मामले में Web Page Designing को उसी हिसाब से तैयार करना होता है ताकि किसी भी product के सभी विवरणों को उसी पेज पर रखा जा सके।

External Duplicate Content के Kya फायदे और नुकसान Hai.

यदि आपके पास कुछ मूल्यवान ऑनलाइन जानकारी या Content है, तो यह किसी अन्य वेबसाइट पर पुनर्प्रकाशित किये जानेका जोखिम वना रहैता है। इस प्रकार की पुनर्प्रकाशित सामग्री आगे चलके Duplicate content का मुद्दा बनाता है। External duplicacy विभिन्न तरीकों से होता है:

जैसे कि: –

१). पुन:छपी हुई सामग्री(Scraped Content).

इस प्रकार की Content आमतौर पर तब बनता है, जब कोई अन्य वेबसाइट owner किसी ओर कि वेबसाइट की Content को अपनी साइट की organic Visibility को बढ़ाने के उद्देश्य से  illegal तरीके से हूबहू प्रकाशित करता है। इस प्रकार की Content को Scraped Content माना जाता है। ये manually या एक विशेष  सॉफ़्टवेयर (Bot) का Use करके किया जाता है। हालांकि, इस प्रकार की Scraping Activity में manual action penalty भी लिया जा सकता है।

Manual Action Penalty Kya Hai? 

Google का एक मानव समीक्षक हमेशा मौजूदा Web Page की समीक्षा करता रहता है, ताकि Google के नियमों और शर्तों का सही पालन हो। इस स्थिति में, अगर आपको इसके सूचकांक में हस्तक्षेप करते हुए पहचाना जाता है, तो आपकी वेबसाइट कि Ranking धीरे-धीरे कम होने लगते है और फिर Search Result से आपको Web Page धीरे-धीरे गायब होने लगते है। इसके अलावा, आपके Site पर Copyrighted Website होने का label भी लग सकता है

Duplicate Content Kya Hai
Duplicate Content Kya Hai
 

२). Content Syndication.

जब आपका Content किसी Third Party Site पर आंशिक या पूरी तरह से पुनर्प्रकाशित होती है और साथही वे आपकी वेबसाइट पर भी समान रुप से प्रदर्शित होती है, तब इस प्रकार की सामग्री साझाकरण को Content syndication कहा जाता है।हालाँकि, इस प्रकार की सामग्री साझाकरण से Scraped Content का मामला नहीं वनता, बस यह एक सामग्री साझाकरण होता है जिसे आपने स्वेच्छा से किसी अन्य साइट पर साझा किया है।यह कुछ आश्चर्य की बात लग सकता है। लेकिन, इसके कुछ फायदे भी हैं। यह आपकी Content Visibility को बढ़ाने मे मददगार होते है जो बदले में आपकी वेबसाइट पर ट्रैफ़िक बढ़ने की संभावना को बढ़ाता है। दूसरे शब्दों में कहे तो, आप अपनी सामग्री के माध्यम से Business को बढ़ाते हैं। Content syndication का एक और लाभ यह है कि यह आपकी साइट के लिए एक गुणवत्ता बढ़ा Backlink बनाता है।

Duplicate Content Site पर Kya Effect डालता Hai?

यदि आपकी साइट पर Duplicate content है, तो SERP में साइट की रैंकिंग और ट्रैफ़िक खोने की संभावना बढ़ सकती है। जब कोई Search Engine में कइ क्वैरी Search रता है, तो खोज इंजन सबसे अच्छा परिणाम प्रस्तुत करने की कोशिश करता है। Search Engine एक ही content के कई संस्करणों मे से original content को ही प्रदर्शित करता हैं। इसलिए Search Engine में किसी भी Duplicate conten के अच्छे परिणाम मिलने की संभावना कम से कम होती है, और फिर आगे चलके धीरे-धीरे इसका दिखना भी बंद होने लगता है।

Duplicate Content की पहचान कैसे Kya जाता Hai?

जब आप अपनी साइट के लिए एक लेख लिखते हैं, तो आप हमेशा अपने लेख को सबसे अच्छा और अनूठा बनाने की कोशिश करते है । लेकिन, ऑनलाइन पर उपलब्ध ऐसे लाखों Content मे से आपकी Content के कुछ हिस्से से मेल खाने का जोखिम बना रहता है । उस मामले में, उन चिंताओं को दूर करना जरूरी हो जाता है। आपको शायद पाता हो, कि ऑनलाइन पर ऐसी कई Free plagiarism checkers tools उपलब्ध हैं जिनके मदद से आप आसानी से अपनी सामग्री की Uniqueness जांच सकते हैं।

नीचे ऐसी ही कुछ Free ओर tools पर चचा॔ किया गया है। आप चाहे तो इनकी मदद से अपनी content मे से plagiarism को check करके इनसे छुटकारा पा  सकते हैं।

Copyscape: –

Copyscape एक Free plagiarism checkers tools है। आप इस टूल का उपयोग करके तुरंत अपनी सामग्री की plagiarism की जांच कर सकते हैं। यह उपकरण आपकी content को उजागर करेगा और आपको एक तुलनात्मक समानता दिखाएगा और आपको बताएगा कि आपकी content का कितना प्रतिशत पहले ही प्रकाशित हो चुका है और किसके साथ मेल खाता है। और कितना प्रतिशत आपकी अपनी content है।

Duplichecker: –

Duplichecker, एक और Similler Free Content plagiarism checkers tool है। इस टूल कि मदद से अपनी साइट के लिए बनाई गई Content को प्रकाशित करने से पहले इसका plagiarism जाँच सकते हैं। इस tool की ओर एक खासियत  यह है कि यह आपकी Content  की जाँच के साथ – साथ इसके मूल स्रोत को भी प्रस्तुत करता है।

Siteliner: –

Siteliner एक और बढ़िया online tool है जो आपकी पूरी साइट को एक बार में ही चेक करता है। इसके साथ ही, यह आपकी साइट के broken links को का भी जाँच करता है और उन Pages की पहचान करता है जिस पर error होते हैं।

Smallseotools: –

Smallseotools भी एक लोकप्रिय और Free ऑनलाइन duplicate content checker tool है। इसकी खासियत यह है कि, यह एक ही प्लेटफॉर्म पर मोजूत  एक विस्तृत विविधता वाले एसईओ उपकरण हैं, जिसमें से एक plagiarism checker tool भी शामिल है जो कि duplicate contents की पहचान करता है।

अगर अप इन बिषयो पर ओर गहराई तक जाना चाहते है, तो फिर नीचे दिए गए paid Versions tools का भी इसतमाल कर सकते है।

Grammarly:–

एक premium plagiarism checker tool के लिहाज से Grammarly, आपकी content के बहतर स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा ऑनलाइन प्रीमियम tool है। यह टूल Content कि Grammar Cheaking से लेकर कई प्रकार के विकल्प भी प्रदान करता है जब आप कइ लेख लिखते हैं, तो Grammarly का शब्द विकल्प और भाषाओं की विस्तृत श्रृंखला आपको एक बेहतर creative writer बनाता हैं।

आखिरमे

अंत में, मुझे उम्मीद है कि Duplicate Content Kya Hai?What is Duplicate Content in Hindi मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी आपके जानने की चाहत ओर जरूरत को पुरी करता है, ओर आशा है कि,यह जानकारी आगे चलके आपके काम आएगा।Blogging और Digital Marketing से जुड़े अधिक जानकारी के लिए इस ब्लॉग को जरूर Subscribe करें और साथ ही इस लेख को सोशल मीडिया पर आपने दोस्तों के साथ साझा करें।यदि आपके पास संबंधित विषयों पर कोई भी प्रश्न या सुझाव हो, तो उन्हें Comment Box में लिखें।

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