दोस्तों ऐसा कंटेंट क्रिएट करना जो सर्च इंजन और रीडर दोनों को इंगेज करें सचमे काफी मुशकिल बड़ा काम है खासकर जब एक SEO Friendly Blog Post कि बात हो। कई ब्लॉगर अपने कंटेंट को रैंक करने की चक्कर में AI टूल्स का सहारा लेते हैं ताकि बिना मेहनत और बिना रिसर्च किये उन्हें बना बनाया और पके पकाया कंटेंट मिल जाए।
लेकिन इस तरह की कोशिशे ज्यादातर मामलों में सर्च इंजन द्वारा रिजेक्ट किया जाता है। सर्च इंजन हमेशा ऐसे कंटेंट को ज्यादा वेल्यू देता है जो यूजर को हाई क्वालिटी, वैल्युएबल और यूजर के इंटेंट के अनुसार इनफॉरमेशन प्रोवाइड करता हो।
तो इस ब्लॉक पोस्ट में हम उन तमाम चीजों को एक्सप्लोर करने वाले हैं जो एक ब्लॉक पोस्ट तैयार करने और उन्हें सर्च इंजन के अकॉर्डिंग ऑप्टिमाइज करने के के दौरान आपको चाहिए होता है। हम आपको बताने वाले हैं की कैसे ब्लॉक पोस्ट क्रिएट करने के दौरान आपको सीमेंटिक, रेलीवेंस और यूजर इंटेंड को ध्यान में रखते हुए अपना कंटेंट ड्राफ्ट करना है और कैसे आपको आउटडेटेड टैक्टिक के बजाय कंटेंट को एक SEO फ्रेंडली स्ट्रक्चर देना है।
तो इसलिए हमारे साथ इस लेख मे अन्ततक बने रहिए ताकि एक SEO Friendly ब्लॉग पोस्ट कैसे लिखा जाता है और वह भी बिना किसी कीवर्ड को स्टफिंग किए जो की सर्च इंजन के अकॉर्डिंग हो और आपका कंटेंट गूगल पर तुरंत इंडेक्स हो और रैंकिंग में भी हाई प्रोबेबिलिटी हो।
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नए युग के एसईओ और इसके विकास को समझे
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन यानी SEO आपकी कंटेंट को बेहतर बनाने का एक निरंतर प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया का प्रयोग आप जितने बेहतर ढंग से कर पाते हैं सर्च इंजन रिजल्ट पेज पर आपकी विजिबिलिटी भी उतनी ही बेहतर होने की पॉसिबिलिटीज होती है, जिसकी अपेक्षा हर कंटेंट क्रिएटर करता है।
आपने शाएद गोर किया होगा कि, पिछले कुछ वर्षों में SEO मे काफी कुछ बदलाव आया है। शुरुआती दिनों में जो SEO रणनीति का उपयोग आप करते थे आप शायद आपको उतना अच्छा परिणाम नहीं दे पाएगा जितना आप पहले प्राप्त करते थे। पहले ज्यादातर ब्लॉगर अपने कंटेंट क्रिएशन के दौरान एग्जैक्ट मैच कीवर्ड और फ्रेस का खूब इस्तेमाल करते थे ताकि अपने कंटेंट को सर्च इंजन रिजल्ट पर एक अच्छा पोजीशन दिला सके और यह रणनीति अच्छा खासा कमाल भी लाता था। लेकिन ऐसे कंटेंट को सर्च इंजन अब अजीब, अननेचुरल और वैलुलेस जानकारी के तौर पर देखता है।
गूगल का सबसे प्रभावशाली एल्गोरिदम
गूगल BERT और RankBrain जैसे आधुनिक एल्गोरिथम अब यूजर्स के इंटेंट पर ज्यादा फोकस करता है और इसलिए सर्च इंजन आप कंटेंट की क्वालिटी को ज्यादा प्रायोरिटी देता है। यह आपके कंटेंट पर उन जानकारी को ढूंढने का प्रयास करता है जो की यूजर वास्तव में खोज रहा है, अगर खोज इंजन को वह जानकारी आपके कंटेंट पर मिलता है जीने खोज कर्ता इंटरनेट पर सर्च कर रहा है तो ऐसे में रिवॉर्ड के तौर पर सर्च इंजन आपको उपयुक्त रैंक प्रदान करता है।
एक कंटेंट क्रिएटर के तौर पर आपको चाहिए की पुराने तौर तरीकों को त्याग कर नए युग के एसईओ फार्मूले को अपनाए और एक सुवस्थित कंटेंट बनाने पर ध्यान केंद्रित करें। आपको अपने कंटेंट तैयार करते समय इस बात पर खास ध्यान देना चाहिए कि आपके दर्शन असल में आपसे क्या चाहते हैं यानी आपको उपयोगकर्ता के इरादे को बारीकी से समझना होगा तभी आप विजिटर को अपने और खींच पाएंगे साथी सर्च इंजन को भी प्रभावित कर पाएंगे।
एक SEO Friendly Blog Post कैसे केसे तैयार करे?
सर्च इंजन एल्गोरिथम और कंटेंट कंज्यूमर दोनों को भाए ऐसा कंटेंट क्रिएट करने के लिए आपको नीचे सुझाए गए तरीकों पर जरूर अमल करने चाहिए। यहा सुनियजित तरीके से स्टेप बाय स्टेप स्ट्रेटजी बताए गए हैं जिन्हें फॉलो करके आप आपने कंटेंट को निश्चित ही बेहतर कर सकते हैं।

Step 1: अपने दर्शकों और उनके इरादे पर शोध करें
कंटेंट को ड्राफ्ट करते समय इस बात को पहचानने की कोशिश करें कि आपकी टारगेटेड ऑडियंस वास्तव में कौन है और वह आपसे किस चीज की मांग कर रहे हैं यानी आपको पहले उपयोगकर्ता की मंशा को समझना होगा।
एक सफल क्रिएटर वही कहलाते हैं जो सार्च क्वेरी के पीछे के मंशा को सही ढंग से भाप सके। उदाहरण के लिए अगर कोई यूजर सर्च कर रहा है की “how to optimize a blog” तो इसका मतलब यह है कि यूजर ब्लॉग को कैसे ऑप्टिमाइज किया जाए इसके बारे में आपसे प्रैक्टिकल टिप्स मांग रहे हैं।
दूसरी और अगर कोई खोज करता बेस्टस SEO टूल्स के बारे में सर्च कर रहा है तो आपको समझना होगा की यूजर इंटरनेट पर आपने वेबसाइट के लिए अपटिमाइजेशन सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। ऐसे में आपको यूजर्स के जरूरत को मध्य नजर रखते हुए रेलीवेंट और एंगेजायेबल कंटेंट तैयार करने होंगे जो की उनकी जरूरत को पूरा कर सके।
उपयोगकर्ता के इरादे पर शोध कैसे करें?
- खोज क्वेरी का विश्लेषण करें: विजिटर के इंटेंशन को समझने का सबसे बेस्ट तरीका है “People also ask” सेकसन पर दि जाने बाली यूजर के क्वेरीज को पढ़ना और उन्हें सही तरीके से एनालाइज करना। दरअसल वे गूगल द्वारा इकट्ठा किए गए वह सवाल है जो यूजर इन्टरनेट पर ढुढ़ रहा होता है।

इसके अलावा सर्च इंजन के द्वारा प्रोवाइड किए जाने वाले ऑटो कंप्लीट सजेशन को फॉलो करना जहा आपको सार्च कीवर्ड से संबंधित कई रिलेवेन्ट कीवर्ड और वाक्यांश मिल जाते है जिसे एनालाइज कर आप विजिटल के ईरादे को बखुबी समझ सकते है।

- मंचों और समुदायों से जुड़ें: ऐसे कई सारे ऑनलाइन फोरम या कम्युनिटीज है जहां लोग अपने-अपने प्रॉब्लम्स के बारे में डिस्कशन करते हैं ऐसे कम्युनिटीज को आप जयेन कर सकते हैं और वहां से जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं कि आपकी टपिक से संबंधित कौन-कौन सी सॉल्यूशन आपके पास है जिनकी लोगों को तलाश है। एक बार जब आप यूजर्स के इंटेंशन और रुचि को समझ लेते हैं तो आप उसी हिसाब से अपने कंटेंट की तैयारी कर सकते हैं।
- प्रतिस्पर्धियों का विश्लेषण करें: जिस कीवर्ड को आप टारगेट कर रहे हैं सर्च रैंकिंग में टॉप में आने वाले पेज को रिव्यूज करें और ढूंढने की कोशिश करें कि उनमें क्या कमी है और आप उससे बेहतर कंटेंट तैयार करने का प्रयास करें।
जैसे कि अगर आप इसी आर्टिकल को उदाहरण के तौर पर देखे तो इस लेख में मेने यूजर के इंटेंट को समझते हुए नए ब्लॉगर्स के लिए एक गाइड के तौर पर इस बात को समझने का प्रयास किया हूं की एक ही कीवर्ड को बार-बार बिना दोहराय कैसे एक SEO Friendly कंटेंट तैयार किया जा सकता है। इस ब्लॉक पोस्ट को तैयार करते समय यूजर के जरूरत के अनुसार जहां एक्शनेबल एडवाइस, क्लियर टैक्टिक और स्ट्रैटेजिस के बारे में बताया है और इसे कुछ इस तरह से तैयार किया गया है ताकि यह यूजर और सर्च इंजन दोनों के एक्सपेक्टेशन को पूरा कर सके।
Step 2: एक विशिष्ट विषय चुनें और संबंधित शब्द एकत्र करें
एक ब्रर्ड टर्म को सेलेक्ट करने के बजाय एक ऐसी स्पेसिफिक टॉपिक
(Micro niche) को चुने जो आपके विजिटर के चाहत के अनुरूप हो और साथ ही उस टॉपिक के साथ आप अपनी EAT अथॉरिटी और एक्सपर्टीज को सिद्ध कर सके।
उदाहरण के लिए “डिजिटल मार्केटिंग” जैसे ब्रर्ड कीवर्ड को आपको narrow down करना है क्योंकि ऐसे हाई सर्चेबल कीवर्ड के साथ आपको काफी ज्यादा कंपटीशन का सामना करना होगा। इस तरह के सीड कीवर्ड के साथ सर्च इंजन पर रैंकिंग कर पाना काफी ज्यादा मुश्किल होगा, इसलिए आपके लिए बेहतर यह होगा कि आप ऐसे ब्रड टॉपिक के बजाए सब टॉपिक के साथ ऐसी कीवर्ड पर फोकस करे जिसमें कंपटीशन काम हो और आप आसानी से सर्च इंजन की नजर में आ सके और अपने लिए टप रैंकिंग प्राप्त करे।
Semantic और LSI Keywords का उपियोग
लैटेन्ट सेमांटिक इंडेक्सिंग जिसे शॉर्ट में LSI कहा जाता है, यह वह अर्थ संबंधी शब्दावली है जो आपके मेंन कीवर्ड से रिलेटेड होते हैं। उदाहरण के लिए इस लेख में हम आपको SEO फ्रेंडली ब्लॉगिंग के बारे में बता रहा है, तो इस कंटेंट को क्रिएट करने के दौरान हमने एकही शब्दा को बार-बार रिपीट करने से बचने के लिए उसकी रेलीवेंट शब्दों का उपयोग किया है।
संबंधित शब्द खोजने के लिए टूल का इस्तेमाल करें
जैसे कि हमने इस लेख मे मेंन कीवर्ड के आस पास के शब्दो का उपयोग किया है। Search intent, user experience, ON page SEO, इस तरह के कीवर्ड का उपयोग इस लेख में किया गया है और यही है LSI कीवर्ड। ऐसे कीबोर्ड हमेशा आपके मेंन कीवर्ड के इर्द-गिर्द उपयोग किए जाने वाले फ्रेजेस होते हैं और इन कि उपयोग से सर्च इंजन आर्टिकल के कॉन्टेक्स्ट को अच्छी तरह से समझ पाते हैं और रैंकिंग मे प्राथमिकता देते हैं।इसके अलावा ऐसे शब्दावली के उपयोग से आप कीवर्ड स्टॉफिग जैसे समस्याओं से बच सकते हैं।
Google कीवर्ड प्लानर, AnswerThePublic, SEMrush या Ahrefs ऐसे कुछ टुलस है जिसके उपियोग से आप इन सिमिलर बाक्यंश को ढ़ुढ़ सकते है याफिर आप चाहे तो इसके लिए AI टुलस की भी मदद ले सकते है।
Step 3: ब्लॉग पोस्ट को अधिक पठनीय और SEO अनुकूल बनाएँ
एक सुव्यवस्थित ब्लाग पोस्ट उपयोगकर्ता अनुभव के साथ साथ क्रॉलर और indexing दोनों को बेहतर बनाता है। सर्च इंजन ऐसे कंटेंट को काफी ज्यादा प्रायोरिटि देते हैं जो नेविगेट करने में आसान हो। एक SEO friendly शीर्षक, प्रपार तरीके से उपीयोग किए गय H2, H3 टेग , संक्षिप्त और प्रिसाइस पैराग्राफ, बिशेष ऊक्तीयो को हाइलाइट करने बाले नंबरस और बुलेटस का उपीयोग किसी भी वैब पैज की नेविगेशन और कुयिलिटि दोनो को बेहतर बनाता है।
आपके पृष्ठ को आकार देने वाले प्रमुख तत्व:
- एक आकर्षक पैज टाईटल: एक ऐसा शीर्षक (H1) बनाएँ जो वर्णनात्मक होने के साथ आकर्षक हो और साथही इसमें आपका मुख्य विषय या आपका टारगेटेड किबार्ड शामिल हो। उदाहरण के लिए, आप हमारे द्बारा बनाए गए (“बिना Keywords Stuffing के SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें?”)इस पैज के शीर्षक को फलो कर सकते है कि कैसे टारगेटेड किबार्ड शामिल किया जाता है। लेकिन हाॅ सार्च रेजल्ट पर आपका शीर्षक बेहतर प्रदर्शित कर पाए इसके लिए इसे आपको 60 अक्षरों से कम रखें।
- एक प्रभावशाली इनट्रु: टपिक से रिलेटेड समस्याओ और उसके समाधान का संक्षिप्त विवरण के साथ लेख कि शुरुबात करे ताकी पाठकों को आकर्षित किया जा सके। संदर्भ को निर्धारित करने के लिए मुख्य विषय का स्वाभाविक रूप से उल्लेख करें साथही इस बात को भी वर्णित करे विजिटरस को यहा टपिक से रिलेटेट क्या क्या जानकारी मिल सकता है ताकी आप इन्है अधिक समय तक पैज पर जुड़े रंखा जा सके।
- H2, H3 टैग वाले शीर्षक: वर्णनात्मक उपशीर्षकों के द्बारा आपने कन्टेट को अलग अलग खंडों में विभाजित करें ताकी विजिटर की रुची को बनाए रंखा जा सके। विजिटर कभी कभी लंबी लेख से उफ जाते, ऐसे मे लेख के विच विच मे सब हेडिंग के द्बारा विभाजित छोटे छोटे खंडों से लेख पर रुचि बना रहता है।
- अनुच्छेदों को छोटा रखें: क्योकि अधिकांश उपयोगकर्ता आज मोबाइल उपकरणों का उपयोग करता है, और क्योकि मोबाइल स्क्रीन तुलनात्मक छोटे होते है, इसलिए प्रति अनुच्छेद 2-3 वाक्यों मे सिमीत रखें ताकी पाठको को पढ़ने मे असहन न हो।
- सूचियों और बुलेट पॉइंट्स का उपयोग: अहम सुझावों, अगले स्टेपस या पाठको के फाएदेमन्द जानकारीओ की तरफ ध्यान वटोरने के लिए इनका उपयोग करें, इससे कन्टेट की ग्रहनयोग्यता बड़ेंगे और आपकी परिप्कता विजिटरस को दिखेंगे। मुख्य बिंदुओं को सारांश के द्बारा वर्णन कर और कॉल-टू-एक्शन जैसे तुरन्त प्रभाबी तत्य को इमप्लिमेन्ट करें, जिसमे पाठकों को टिप्पणी करने या साझा करने की सुबिधा शामिल हो सकता है।
Step 4: उच्च-गुणवत्ता और मूल्य-वर्धित कन्टेट लिखें
एक गुणवत्तापूर्ण कंटेंट ही किसी भी वेबसाइट की सफलता का मुख्य आधारशिला है। सर्च इंजन का पहला लक्ष्य हमेशा उपयोगकर्ताओं को अपने खोज परिणाम में ऐसे पेज को ज्यादा बढ़ावा देते हैं जो उन्हें पूर्ण संतुष्टि प्रदान करें। इसलिए आपको हमेशा अपने ब्लॉक पोस्ट में कार्रवाई पूर्ण अंतर दृष्टि सटीक एवं ताजी जानकारी के साथ आदित्य होने पर फोकस करना चाहिए है।
मूल्यवान कन्टेट लिखने के तरीके
- प्रश्नों का विस्तृत उत्तर दें: अपने विषय से संबंधित सामान्य समस्याओं या प्रश्नों का समाधान करें। उदाहरण के लिए, समझाएँ कि कीवर्ड स्टफिंग रैंकिंग को कैसे नुकसान पहुँचाती है और विकल्प सुझाएँ।
- उदाहरणों का उपयोग करें: अपने विषय से संबंध जटिल विषयों को उदाहरण के साथ समझाएं ताकि यूजर्स को समझने में आसानी हो।
- वाक्य संक्षिप्त रहें: अनावश्यक व्याख्याओं से बच्चे, यूजर्स के लिए जीतना जरूरी हो केवल उन्हीं को विस्तृत व्याख्या करें।
- वाणी और लहजे को बनाए रखें: अपने लेख की लहजे को ऐसा बनाएं जिससे आपकी प्रोफिशिएंसी और विशेषज्ञता झलके।
नेचरल और स्टफ्ड कंटेंट को समझें
स्टफ्ड: एक SEO-फ्रेंडली ब्लॉग पोस्ट्स तैयार करन के लिए आपके पास SEO-फ्रेंडली कीवर्ड्स के वेरियसन का होना ज़रूरी हैं। अगर पुरे कन्टेट के दौरान आप अपने टारगेटेड कीवर्ड को बार बार दोहराते है एलगोरिदम इसे कीवर्ड स्टाफिंग रैंकिंग मानता है और सार्च इंजिन ऐसे पेजौ को लो व्यलु कन्टट की केटागरी मे गिनता है।
नेचरल: अपने ब्लॉग को एलगोरिदम के अनुकुल बनाने और लेख को अधिक प्रासंगिकता बढ़ाने के लिए संबंधित शब्दों को स्वाभाविक रूप से शामिल करने पर विचार करने चाहीए। बार-बार दोहराए जाने वाले वाक्यांशों का ज़्यादा इस्तेमाल सर्च इंजन और दर्शक दोनो को इरिटेड करता है।
Step 5:ऑन-पेज तत्वों का अनुकूलन
इसमें कई सारे एलिमेंट्स शामिल होते हैं जो एक साथ मिलकर आपके पेज की परफॉर्मेंस को अधिक बेहतर बनाता है। On-page SEO पेज की क्रालिबिलिटी और यूजर एक्सपीरियंस को बिना किसी कॉम्प्रोमाइज के एक क्वालिटी कंटेंट बनाने में बड़ी मदद करता है।
ऑन-पेज अनुकूलन के तरीके
इसमें कई सारे एलिमेंट्स शामिल होते हैं जो एक साथ मिलकर आपके पेज की परफॉर्मेंस को अधिक बेहतर बनाता है। On-page SEO पेज की क्रालिबिलिटी और यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर करने के साथ एक क्वालिटी कंटेंट बनाने में बड़ी मदद करता है।
- Meta description: यह आपके ब्लाॅग के बारे मे एक संक्षिप्त विवरण है जो की 150 से 160 कैरेक्टर्स के बीच प्राइमरी कीबोर्ड के साथ लिखा जाता है। इसे स्ट्रेटजीकलि इस तरह से लिखा जाना चाहिए जिसके जरिए विजिटर प्राथमिक तौर पर लेख के कांटेक्ट को आसानी से समझ पाए और उन्हें क्लिक के लिए प्रेरित करें। उदाहरण के लिए(“Learn how to write SEO-friendly blog posts with natural, engaging content. Boost rankings without keyword stuffing!”)
हाई क्वालिटी मैटा डिस्क्रिप्शन कैसे लिखा जाता है इस बारे में और विस्तृत जानकारी के लिए लिंक किए गए आर्टिकल को जरूर पढ़ें।
- URL structure: अपना यूआरएल छोटा और वर्णनात्मक रखें ताकि सर्च इंजन आपके पेज के बारे में आसानी से समझ सके (उदाहरण के लिए, yoursite.com/seo-friendly-blog-posts)।
- Image alt text: छवियों का वर्णन प्रासंगिक शब्दों का उपयोग करके किया जाना चाहिए क्योंकि एल्गोरिदम छवि के संदर्भ को तब तक सीधे नहीं समझ सकता जब तक कि इसका पाठ्य वर्णन न किया जाए। (उदाहरण के लिए, “ब्लॉगर एसईओ के लिए सामग्री का अनुकूलन कर रहा है”)।
- Schema markup: स्ट्रक्चर्ड डेटा जोड़ने से रिच स्निपेट (जैसे, FAQ स्कीमा) प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाती है। स्कीमा मार्कअप आपके वेबपेजों के लिए कई अन्य लाभ प्रदान करता है। मुख्य रूप से, यह सर्च इंजन परिणाम पृष्ठ (SERPs)पर आपके पेज की दृश्यता और जुड़ाव को बढ़ाता है। यह सर्च इंजन को आपकी पोस्ट को आसानी से समझने में मदद करता है और इंडेक्सिंग में सुधार करता है, जिससे यह अधिक जानकारीपूर्ण, उच्च क्लिक-थ्रू दर, बढ़ा हुआ ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक और बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करता है।
Step 6: दृश्य और मल्टीमीडिया का उपयोग
ईमेज, इन्फोग्राफिक्स या वीडियो जैसे विज़ुअल तत्व पाठ को विभाजित करता हैं, पाठकों को थोड़ा विश्राम प्रदान करता हैं और उपयोगकर्ताओं को पुनः जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
विज़ुअल तत्व को सक्रिय करने के तरीके
प्रासंगिक चित्रों का उपयोग करें: ऐसे विज़ुअल चुनें जो आपकी कन्टेको वयान करने मे सहायक हों, जैसे कि मानलिजिए आप कीवर्ड रिसर्च के बारे मे बता रहे है तो इसका एक स्क्रीनशॉट या इन्फोग्राफिक्स के जरिए स्टेट वाए स्टेट वर्णन कर सकते है।
- फ़ाइल साईज अनुकूलित करें: आमतोरपर ईमेज फाईल भारी भर्कम होते है और लोड होने मे समय लगता है, ऐसे मे लोडिंग टाइम कम करने के लिए चित्रों को संपीड़ित करें। इससे साइट की गति बड़ेंगी और मोबाइल रैंकिंग मे सुधार होगा।
- वर्णनात्मक फ़ाइल नाम: इन फ़ाइलों को प्रासंगिक शब्दों के साथ नामांकित करे (उदाहरण के लिए, “image1.jpg” के बजाय “seo-blog-writing-tips.jpg” का उपीयोग करे)।
- कैप्शन: एक संक्षिप्त कैप्शन आपकी विजुयल एलिमेन्ट के संदर्भ को पुष्ट करता है।
Step 7: सामान्य SEO गलतियों से बचें
ज्यादातर नए ब्लॉगर कुछ ऐसे मिस्टेक कर लेते हैं जिसके कारण उनके परफॉर्मेंस पर सुधार नहीं आता। ऐसे ही कुछ कॉमन मिस्टेक्स के बारे में नीचे दिया गया है जिन पर आपको फोकस करना है।
- Over-Optimization: अस्वाभाविक रूप से कुछ ही चुनिंदा शब्दों का बार-बार उपयोग कर लेना।
- Thin Content: विषय वस्तु का असंपूर्ण, जैसे की विषय को 600 शब्दों से कम में वर्णित करना। इससे कंटेंट की मूल विषय वस्तु अधूरी रह जाती है और विजिटर को संपूर्ण जानकारी नहीं मिल पाता। जबकि कम से कम 2500 शब्दों में वर्णित करना गूगल की नजर में स्टैंडर्ड कैरेक्टर्स माना जाता है।
- Ignoring Mobile Users: सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट रेस्पॉन्सिव और मोबाइल फ्रेंडली है ।एक मोबाइल रेस्पॉन्सिव वेबसाइट न केवल रैंकिंग में सुधार लाता है बल्की ट्राफिक बढ़ाने मे भी आपकी मदद करता है।
- Proper Updates: कई पुराने ब्लॉक पोस्ट समय के साथ इरेलीवेंन्ट हो जाते हैं खासकर जब एल्गोरिथम और ट्रेन्ड में परिवर्तन आता है। ऐसे पुराने पोस्ट को आईडेंटिफाई करना है और समय की मांग के हिसाब से उन्हें रिफ्रेश करना है।
ऊपर बताएं गए इन तरीकों को फॉलो करके आप अपने कंटेंट पर अधिक मूल्य जोड़ सकते हैं साथ ही टेक्निकल इश्यूज से भी निजाद पा सकते हैं।
Step 8: अपनी पोस्ट को प्रचारित करें ताकि लोगों तक पहुँचे
सिर्फ कंटेंट पब्लिश कर देने पर ही आपका काम खत्म नहीं हो जाता आपको वैब मेंशन के द्वारा प्रचार-प्रसार भी करना है। इसके अतिरिक्त आपको अपने लिए रेलीवेंट और और क्वालिटी बैकलिंक जुटाने पर भी जोड़ देना होगा।इस तरह आप विजिटरस के बीच अपनी पेज अथॉरिटी को बढ़ा सकते हैं।
कंटेंट को बढ़ावा देने के तरीके
- सोशल मीडिया: लिंकडइन और एक्स जैसे पापुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने ब्लॉक पोस्ट को कैप्शन के साथ शेयर करने होंगे। इससे सोशल मीडिया पर आपकी रीच पड़ेगी और सोशल ऑडियंस जुटा पाएंगे।
- ईमेल न्यूज़लेटर्स: सब्सक्रिप्शन नोटिफिकेशन जैसे एलिमेंट्स को एक्टिवेट करें और ईमेल के जरिए अपने सब्सक्राइबर को लेख के बारे में सूचित करें ताकि ब्लॉक पोस्ट पर इनिशियल ट्रैफिक प्राप्त हो।
- गेस्ट पोस्टिंग: किसी रेलीवेंट और हाई अथॉरिटी वेबसाइट पर लेके लिखने की फरमाइश करें और उसे लेख पर अपनी पेज को लिंक करें। इससे आपकी पापुलैरिटी, अथॉरिटीटिवनेस, हाई अथॉरिटी बैकलिंक, साथ ही रेलीवेंट ऑडियंस जुटाने की चांसेस बढ़ता है।
- समुदायों से जुड़ें: विभिन्न सोशल फोरम और ग्रुप में अपनी पोस्ट के बारे में जानकारी शेयर करें और लेख के बारे में विवरण दे।
Step 9: अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करें और रणनीति में सुधार करें
अपनी परफॉर्मेंस पर नजर बनाए रखें ताकि आपको बराबर जानकारी मिलता रहे की कौन सा चीज आपके लिए काम कर रहा है और कौन सा नहीं ताकि आप उनमें जरूरी सुधार कर सके। इसके लिए आप नीचे सूझाए गए इन टूल्स का उपयोग कर सकते हैं।
- Google Analytics: गूगल एनालिटिक्स टुल की मदद से ट्रैफिक सोर्स, बाउंस रेट और विजिटर आपकी पेज पर कितना समय बीतता है इसकी प्रॉपर निगरानी कर सकते हैं।
- Google Search Console: यह गूगल का एक फ्री टूल है जिसके जरिए आप अपनी पोस्ट के इंप्रेशन. उस पर आने वाले क्लिक और एवरेज पोजीशन के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
- SEO Tools: Moz या Ahrefs जैसे टूल की मदद से आप अपनी कीबोर्ड रैंकिंग, बैकलिंक और साइट की ओवरऑल परफॉर्मेंस के बारे में जानकारी जुटा सकते हैं।
अगर आपको लगता है कि आपकी अपेक्षा अनुसार आपका पोस्ट रैंकिंग प्राप्त नहीं कर रहा है तो आपको दोबारा इन पर स्रोत करना चाहिए। कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि आपके टारगेटेड कीवर्ड पर यूजर्स का इरादा बदल गया हो या इसकी ट्रेंड बदल गया हो, इसके अलावा हो सकता है कि आपकी किसी प्रतियोगी ने आपसे ज्यादा विस्तृत जानकारी पब्लिश किया हो जिससे कंपटीशन में आप पिछर गए हो।
ऐसे में आपको स्काईस्क्रेपिंग टेकनिक के माध्यम से अपने कंटेंट में सुधार लाना है ताकि आप अपनी प्रतिद्वंद्वी को पचार सके और अपना रैंकिंग पोजीशन दोबारा प्राप्त कर सके।
Conclusion
एक SEO फ्रेंडली ब्लॉक पोस्ट का मतलब ही यही है की ऐसा एक कंटेंट तैयार करना जो कि आपकी ऑडियंस और सर्च इंजन दोनों की जरूरतो और अपेक्षाओं को पूरा करें। ऐसे कंटेंट तैयार करने से पहले आपको हमेशा उपयोगकर्ताओं के इरादे पर गहरी स्रोत करनी चाहिए और उसी हिसाब से आपको रेलीवेंट और सेमांटिक शब्दों को कलेक्ट कर लेनी चाहिए, ताकि कंटेंट तैयार करते समय आप सही जगह पर नेचुरल तरीके से उनका उपयोग कर सके और कीवर्ड स्टफिंग जैसे सीरियस इशू से खुद को दूर रख सके।
ब्लॉक के शीर्षक और मेटा डिस्क्रिप्शन को टारगेटेड कीवर्ड के साथ तकनीकी रूप से अनुकूलित करें ताकि सार्च रेजल्ट पर सही तरीके से प्रदर्शित हो। अपने ब्लॉक को अधिक प्रभावी, गुणवत्तापूर्ण और सटीक संरचना प्रदान करने के लिए H2, H3 जैसे सब हेडिंग को सही ढंग से इंप्लीमेंट करें और यूजर एक्सपीरियंस को अधिक बेहतर बनाने के लिए टेबल ऑफ कंटेंट जैसे उपयोगी एलिमेंट्स को जरूर एक्टिवेट करें।
तो उम्मीद है मेरा यह ट्यूटोरियल आपके लिए एक SEO फ्रेंडली कंटेंट तैयार करने में काफी मददगार होंगे, साथ ही मुझे इस बात का भी उम्मीद है कि आप अपने कंटेंट तैयार करते समय मेरे द्वारा सुझाए गए हर पहलू पर गौर फरमाएंगे और उन्हें अपने ब्लाॅग पर इंप्लीमेंट करेंगे।
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Biswajit
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