Graphic design क्या है? Graphic designer कैसे बने?

Designing हमेशा से इनसानी दुनियाका एक अभिन्न अंग रहा है। सदियो से ये human civilization को explore करता आ रहा है। जब भी हम आपनी इतिहास कि और झाकते है तो लमहो मे ये उन सभी गुजरी दोडो को कुछ इस तरह हमारे सामने प्रस्तुत करता है जैसेकि हम खुद वहा मौजुद थे।

Images हमारी यादो को सहेझ ने का एकमात्र जरिया है। हलांकी समय के साथ इनमे भी हमे बदलाव देखने को मिला है।प्राक-इतिहास मे जहा ये केवल sketches तक सीमित थे, वही आगे चलके इसने photography का रुप लिया और आज की इस डिजिटल दौड के आते आते graphic design मे तवदिल हो गया।

हालाँकि यह कला आज एक उद्दौग बन चुचा है। लाखो कि स्खा मे लोग आज इस उद्दौग मे शामिल होकर आपनी अनलाइन ब्याबसाए शुरु कर रहै है। कई छात्राए पेशेवर courses मे शामिल होकर digital marketing मे आपना केरियर बना रहे है। यह एक रोमांचक क्षेत्र है जो लगातार फेएता जा रहा है।

इस article मे, आगे हम Graphic designing क्या है इसे और बेहतर तरीके से जानेंगे। साथही इसके क्या फाऐदे है और कैसे आप एक Graphic designer बन कर आपनी केरियार कि शुरुबात कर सकते है।

Graphic design क्या है?

दरअसल, ग्राफिक डिजाइन किसी भी सन्देश को आकष॔क और रोचक तरिके से लोगो के साथ साझा करने कि एक बौद्धिक कला है। वास्तब मे, ग्राफिक डिजाइन आपनी विचारों को ब्यक्त करने का एक योजनाबद्व तरीका है,

जिसमे कोई अनुभवी ब्यक्ति आपनी दृश्य कलाकारि और लगातर अभ्यास का उपीयोग करते हुये किसी भी चिज को सहज तरीके से परिभाषित करता है।यह कला दरसल ग्राफिकल और टेक्स्टुअल तत्वों का एक सयोजन है जो आसानि से लोगो का ध्यान केन्दित करने मे मददगार होते है।

इसीलिए यह निर्माताऔ और उपभोक्ता दोनो के विच काफी लोकप्रिय बना हुया है और इसकी मांग दिनव दिन बड़ती जा रही है, और साथही रोजगर के नए नए अबसर बन रहे है। ग्राफ़िक डिज़ाइनिंग के साथ साथ एक और चिज जो आप कर सकते है वह है वैब डिज़ाइनिंग जो आगे चलके आपको काफी मदद करेगा।

एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर वास्तव में क्या करता है?

आमतौरपर, ग्राफ़िक डिज़ाइनर एक पेशेवर डिज़ाइनर होता है जो ब्यपक दर्शकों तक आपनी विचारों, सूचनाओं या संदेशों को संप्रेषित करने के लिए हाथ से या कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके एक छवि के रुप मे अवधारणाएँ बनाता है।

एक ग्राफिक डिजाइनर के विशिष्ट कार्य और जिम्मेदारियां उद्योग और संदर्भ के आधार पर भिन्न हो सकती हैं, यहां एक ग्राफिक डिजाइनर के कुछ सामान्य कर्तव्य दिए गए हैं:

दृश्य अवधारणाएँ बनाना: ग्राफ़िक डिज़ाइनर विचारों, संदेशों या उत्पादों का प्रतिनिधित्व करने के लिए दृश्य अवधारणाएँ विकसित करते हैं, जो अक्सर स्केच या डिजिटल मॉक-अप से शुरू होती हैं।

रंग, टाइपोग्राफी और लेआउट का चयन: वे दृष्टि और सौंदर्य मे मनभावन और प्रभावी डिज़ाइन बनाने के लिए उपयुक्त रंग, फ़ॉन्ट और लेआउट का चयन करता हैं, जिससे उनके परियोजना के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए दर्शकों को लोभाया जा सके।

लोगो डिजाइन करना, ब्रांडिंग और दृश्य पहचान: वे मूल रूप से उन कंपनियों की ओर से लोगो बनाने, ब्रांड प्रतिष्ठा या पहचान विकसित करने और उस कंपनी या संगठन का प्रतिनिधित्व करने वाली छवियों को डिजाइन करने या विकसित करने के लिए जिम्मेदार हैं।

मार्केटिंग और विज्ञापन सामग्री डिज़ाइन करना: वे आम तौर पर ब्रोशर, पोस्टर, बिलबोर्ड, सोशल मीडिया ग्राफिक्स और डिजिटल विज्ञापन सहित विभिन्न प्रकार की मार्केटिंग और विज्ञापन सामग्री डिज़ाइन करते हैं।

चित्र और ग्राफिक्स बनाना: ग्राफिक डिजाइनर कस्टम चित्र, आइकन, इन्फोग्राफिक्स या अन्य ग्राफिक्स बनाने के लिए जिम्मेदार हैं जो दृश्य अपील को बढ़ाते हैं और लोगों के बीच प्रभावी ढंग से जानकारी पहुंचाते हैं।

सहयोग करना और संचार करना: वे परियोजना की आवश्यकताओं को समझने, फीडबैक को शामिल करने और यह सुनिश्चित करने के लिए मार्केटिंग टीमों या कला निर्देशकों के साथ मिलकर काम करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि उनका ग्राहकों पर प्रभाव पड़े। ताकि विपणन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एक अंतिम और वांछित डिज़ाइन तैयार किया जा सके।

डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर और टूल का उपयोग करना: ग्राफिक डिज़ाइनर डिज़ाइन बनाने और संपादित करने के लिए विभिन्न डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर और टूल, जैसे एडोब क्रिएटिव सूट (जैसे, फ़ोटोशॉप, इलस्ट्रेटर, इनडिज़ाइन) का उपयोग करते हैं।

इसका उपयोग कहा किया जाता है?

आजकल ग्राफ़िक डिज़ाइन का उपयोग हर क्षेत्र या उद्योग में किया जा रहा है। यहां कुछ ऐसे क्षेत्र या उद्योग के बारे मे दिए गए हैं जिनका उपयोग आप ग्राफिक डिज़ाइन सीखने के बाद कर सकते हैं या रोजगार के कई अवसर पा सकते हैं:

प्रिंट और प्रकाशन: समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, पुस्तक प्रकाशन और पैकेजिंग डिजाइन सहित प्रिंट मीडिया में ग्राफिक डिजाइनरों की मांग की जाती है।

वेब और डिजिटल डिजाइन: ग्राफिक डिजाइनिंग मे अच्छे कौशल रखने वाले ग्राफिक डिजाइनर आकर्षक वेबसाइट, उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस, मोबाइल ऐप और डिजिटल मार्केटिंग सामग्री बनाने के लिए आपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं और अच्छी खसी रकम कमा सकते है।

ब्रांड पहचान और ब्रांडिंग एजेंसियां: ग्राफिक डिजाइनर लोगो डिजाइन, दृश्य दिशानिर्देश और ब्रांड कि प्रति जागरुकता सहित ब्रांड की पहचान विकसित करने जैसी कामो में खुद शामिल कर सकते हैं। इसके अलाबा, किसी ब्रांडों का सुसंगत और प्रभावशाली बनाने के लिए एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते हैं।

यूआई/यूएक्स डिजाइन: ग्राफिक डिजाइनरो को अक्सर यूआई/यूएक्स डिजाइनो में बदलाव करना होता हैं, जहां वे आसान यूजर इंटरफेस बनाने और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ता अनुभवों को बढ़ाने के लिए अपने विजुअल डिजाइन कौशल को लागू करते हैं।

शिक्षा और प्रशिक्षण: कुछ ग्राफिक डिजाइनर शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाते हैं, स्कूलों, कॉलेजों या विशेष डिजाइन संस्थानों में ग्राफिक डिजाइन पाठ्यक्रम पढ़ाते हैं।

फ्रीलांसिंग और उद्यमिता: कई डिजाइनर फ्रीलांसर के रूप में काम करना चुनते हैं, जहा वे विभिन्न उद्योगों के लिए पैसे के बदले अपनी सेवाएं प्रदान करता हैं।फ्रीलांसर के बारे मे अगर आप डिटेल मे जानना चाहते है तो Freelancing क्या है और ये कैसे काम करता है तो हमारी इस लेख को भी जरुर पढै।

मोशन ग्राफिक्स और एनीमेशन: एक कुशल डिजाइनर बन कर मोशन ग्राफिक्स और एनीमेशन जैसी फिल्म उद्योग, विज्ञापन, गेमिंग और मल्टीमीडिया उत्पादन में आपने लिए रोजगार केअवसर ढूंढ सकते हैं।

ग्राफिक डिजाइनर कैसे बने?

अगर एक ग्राफिक डिजाइनर के तौरपर आपना केरियर कि शुरुबात करना चाहते है तो पहले आपको इनके मुल सिद्धांतों को समझना होगा साथही आपको आपने तरफ से कुछ आवश्यक कदम उठाने की जरुरत होंगी। यहां इन सबके बारे मे सामान्य अवलोकन दिया गया है जिनका अनुसरण आपको करने होंगे:

शिक्षा: ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए आपको किसी औपचारिक शिक्षा की आवश्यकता नहीं है, यह आपका कौशल है जो आपकी नौकरी के अवसरों को बढ़ाएगा।

बस आपको किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या इस तरह की डिग्री प्रदान करने वाले विशेष कॉलेज से ग्राफिक डिजाइन, दृश्य कला या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री की आवश्यकता है।

ऐसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं जो ऐसे कोर्स ऑफर करते हैं जिनमें आप शामिल हो सकते हैं। जैसेकि Udemy Graphic Design Courses, Coursera Graphic Design Specialization, आदि।

अपने कौशल का विस्तार करें: डिज़ाइन के सिद्धांतों, रंगो का चयन, टाइपोग्राफी और लेआउट से खुद को परिचित करें। Adobe Photoshop, Adobe Illustrator और InDesign जैसे डिज़ाइन सॉफ़्टवेयरो का उपयोग करने का अभ्यास करें, क्योंकि ये इस उद्योग में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं।

अपना कौशल ऑनलाइन प्रदर्शित करे: एक पोर्टफोलियो बनाएं जो आपके सर्वोत्तम डिज़ाइन कार्य को प्रदर्शित करे।

अनुभव प्राप्त करें: इस क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप, फ्रीलांस जैसे अवसरो या entry-level positions की तलाश करें।

अपना नेटवर्क बनाएं: पेशेवर संगठनों से जुड़ें, डिज़ाइन कार्यक्रमों में भाग लें, और अपने क्षेत्र के अन्य डिज़ाइनरों से ऑनलाइन जुड़ें।

ग्राफिक डिजाइनर की सैलरी क्या है?

आमतौर पर शुरुआती दिनों में औसत सैलरी 1.0 से 6.5 लाख सालाना के बीच हो सकती है. वहीं, अगर मिड लेवल डिजाइनर की बात करें तो इसकी शुरुआत 2 से 3 लाख प्रति माह से हो सकती है। और एक वरिष्ठ ग्राफ़िक डिज़ाइन को प्रति माह औसतन 6 से 8 लाख मिल सकते हैं।

Conclusion

आपको इस बात कि याद रखनि चाहीए कि, ग्राफिक डिजाइनर बनना एक ऐसी यात्रा है जिसके लिए आपके पास समर्पण की भावना, करी अभ्यास और निरंतर सीखने की इचछा शक्ती रहने कि आवश्यकता होगी। आपको हमेशा ग्राहकों की जरूरतों और उद्योग के रुझानों के अनुकूल होने के साथ-साथ डिजाइन के लिए अपनी खुद की शैली और अद्वितीय दृष्टिकोण को विकसित करते रहने की जरुरत है।

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