What is End to End Encryption in Hindi?

What is End to End Encryption in Hindi? End to End Encryption Kya Hai?सुरक्षा और गोपनीयता अब पहले से कहीं अधिक मायने रखती है। मजबूत डेटा सुरक्षा के बिना, Online पर अब काफि चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और आपके किमती डेटा खोने का जोखिम होता है। इसलिए, आज दुनिया भर में डेटा security ओर डेटा privacy अनिवार्य हौ चुका है।इसी लिए संगठनों के ईमेल, डेटा और उनकी IP को सुरक्षित और निजी रखना एक अहम मुद्दा बन गया है।

इसी के चलते हाल के कुछ वर्षों से, WhatsApp , Zoom आदि जैसे संचार सेवाओं ने end-to-end encryption तकनिको को आपने सेवाओं के साथ जुड़ दिया है। 

Meaning of End to End Encrypted in Hindi?

End-to-end encryption (E2EE) online डेटा सुरक्षा का एक तकनिकी तरीका है, जिसका उपयोग एन्क्रिप्टेड डेटा को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। End-to-end encryption  का मुख्य उद्देश्य वेब स्तर पर डेटा को एन्क्रिप्ट करना और इसे डेटाबेस या एप्लिकेशन सर्वर पर डिक्रिप्ट करना है। End-to-end encryption एक उच्च स्तरीय डेटा सुरक्षा तकनिक है। 

अगर आप तकनीकी जानकारी पर रुचि रखते और इसे हमेशा follow करते हैं, तो मुमकिन है के आप end-to-end encryption के बारे में जरुर सुने होंगे। यह वह तकनीक है जिसके द्वारा यह सुनिश्चित होता है कि, आपके द्वारा भेजा गया डेटा—चाहे वह कई फ़ाइल, ईमेल या फिर कई टेक्स्ट संदेश हो — यह केवल उसी व्यक्ति के द्वारा ही खोला जा सकता है जिसके लिए वे फ़ाइल, या ईमेल को भेजे गए है। 

end-to-end encryption हाल के वर्षों में बहुत लोकप्रिय हो चुका है, खासकर मैसेजिंग एप्लिकेशन और संचार माध्यमो में। WhatsApp, Skype, Telegram,Viber जैसे लोकप्रिय Social Media’s पर end-to-end encryption का इस्तेमाल बड़े पेएमाने मे किया जा रहा है।

What is End to End Encryption in Hindi
What is End to End Encryption in Hindi

End-to-End Encryption Kaise Kam Karta Hai?

end-to-end encryption मूल रूप से, कई मायनों में एक standard encryption से थोड़ा अलग है। शुरुआत के लिए, एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन न केवल transit के दौरान संदेशों को एन्क्रिप्ट करता है, बल्कि संदेश लिखते समय भी वे इसे encrypt करता है।

आमतौर पर, सभी मैसेजिंग ऐप में एक Data Encryption system होते हैं। हलाकि,उनको  पूरी तरह से सुरक्षित नहीं माना जा सकता हैं। इसका मतलब यह है कि कोई भी बेईमान किसम का व्यक्ति आसानी से उस डेटा तक पहुंच सकता है।

हालांकि, end-to-end encryption इस बात को सुनिश्चित करता है कि अगर service provider खुद भी चाहे तो sender या receiver द्वारा लेनदेन किए जा रहे डेटा तक नहीं पहुंच सकता। इस संचार प्रक्रिया में केवल एक वैध व्यक्ति ही संदेशों को सुरक्षित रूप से भेज और प्राप्त कर सकते हैं।

पहले एक ही चाबी सभी तालों के लिए इस्तेमाल किया जाता था। पर इस प्रणाली को अब एक से अधिक एन्क्रिप्शन कोड के साथ विकसित किया गया है।अब end-to-end encryption के साथ, सभी तालों के लिए अलग-अलग चाबी का इस्तेमाल होता है। यानी कि ,जब तक आपके पास sender और receiver encryption keys दोनों न हों, तब तक कोई भी उन डेटा तक पहुंच नहीं सकता।

Advantages of End-to-End Encryption in Hindi?

End to End Encryption एक सुरक्षित एन्क्रिप्शन तकनिक है।यह एक ऐसी प्रणाली है जो आपके महत्वपूर्ण संदेशों और सभी फाइलों जैसे- वीडियो, फोटो, ऑन लाइन वार्तालाप आदि की सुरक्षा करता है, जिससे यह हर वे दूसरे व्यक्ति के लिए अपठनीय हो जाते हैं जो प्राप्तकर्ता नहीं है। इस तरह से, end to end encryption आपको अधिक से अधिक सुरक्षा की गारंटी देता है। इसे किसी भी निगरानी या मिथ्याकरण के प्रयास का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है,
यह डेटा सुरक्षा की जरुरतो को देखते हुए इसे कुछ इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि कोई भी संग्रहीत डेटा को तिसरा कई भी व्यक्ति इसे डीकोड कर न पाए। 
उदाहरण के लिए, दुनिया के सबसे प्रसिद्ध मैसेजिंग Media में से एक, WhatsApp,  2016 से अपने उपयोगकर्ताओं के संदेशों को सुरक्षित करने के लिए end to end encryption का इस्तेमाल करना शुरु किया है। एंड टू एंड एन्क्रिप्शन को सबसे सुरक्षित माना जाता है क्योंकि यह उन प्रतिभागियों की संख्या को कम करता है जो बातचीत को इंटरसेप्ट, डिकोड या बदल सकते हैं।
हालाकी,सभी संचार प्रणालियाँ end to end encryption का उपयोग नहीं करता हैं क्योंकि वे इसका समर्थन नहीं करता हैं। उनके हिसाब से users को अपने संदेशों की गोपनीयता के लिए सर्वर प्रबंधन पर भरोसा होना चाहिए। 

पर ईन सवके अलावा सच यह है कि, end to end encryption को सबसे सुरक्षित माना जाता है ,क्योंकि यह Cyber Sucurity Problems को कम करता है जोकि आपकी बातचीत को इंटरसेप्ट, या इसे डिकोड करके के फिराख मे लगे रहते हैं।

WhatsApp End to End Encryption kya hai?

WhatsApp की एन्क्रिप्शन प्रणाली  एक अनूठी प्रणाली है जिसमें केवल बातचीत में शामिल दो पक्ष ही कुल संचार और चैट को देख पाएंगे। कोई तीसरा पक्ष, आपकी जानकारी तक पहुंच नहीं पाएगा। चाहे वह कइ सरकारी एजेंसी हो या फिर कइ हैकर, अगर end-to-end encryption लागु है, तो यह संचार किसी और को दिखाई नहीं देगा।

WhatsApp द्वारा पेश किया गया यह अद्भुत फीचर उपयोगकर्ताओं के बीच कि गई बातचीत को एक बेहतर सुरक्षा देता है। end-to-end encryption न केवल sender और receiver के बीच चैट की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है बल्कि इसके द्वारा भेजे गए हर फ़ोटो, वीडियो और अन्य दस्तावेज़ों को भी गुप्त रखता है। इन सवके अलावा भी, WhatsApp, end-to-end encrypted कॉल और वीडियो कॉल एन्क्रिप्शन को भी सुरक्षा देता है।

पहले WhatsApp, sender के संदेशों को एक unique key के द्वारा एन्क्रिप्ट करता है, फिर उन संदेशों को डिक्रिप्ट करने के लिए एक और key कि जरुरत होता है, जौ केवल रिसीवर के पास होता है। इस तरह से , एकमात्र अधिकृत उपयोगकर्ता ही एक रिसीवर के रुप WhatsApp Chats कर सकता है और sender द्वारा भेजे गए संदेशों को मोबाइल फोन या वेब WhatsApp पर देख सकता है।

हालांकि, ऐसे कई मामले भी सामने आए हैं जहां  हैकर्स ने अवैध रूप से WhatsApp यूजर्स की निजी chats तक अपनी पहुंच हासिल कर ली है। इसके बाद हैकर्स ने अलग-अलग तरीकों से लोगो को ब्लैकमेल करने के लिए चैट, इमेज, वीडियो और दस्तावेजों जैसी व्यक्तिगत जानकारीओ को इस्तेमाल किया हैं।

पर अब, WhatsApp, end-to-end encryption इस बात को सुनिश्चित करता है कि उपयोगकर्ता के चैट, चित्र, दस्तावेज़ और वीडियो आदि सभी यहाँ पर सुरक्षित हैं और केवल एक अधिकृत उपयोगकर्ता ही उन्हें देख सकता है।

दुनिया भर में WhatsApp एक Popular messaging Media Platform है जिसे लोग अपने प्राइम मैसेजिंग एप्लिकेशन के तौर पर उपयोग कर रहा हैं। यह दुनिया भर में कहीं भी मौजूद लोगों के साथ संवाद करने का एक शानदार और Open Platform एप्लिकेशन है। उपयोगकर्ता इस चैनल के द्वारा संदेश, चित्र, वीडियो, दस्तावेज़ और बहुत कुछ भेज सकते हैं। इसके अलावा भी WhatsApp अपने यूजर्स को encrypted और Unlimited वॉयस कॉल और वीडियो कॉल की सुविधा भी देता है। संक्षेप में कहे तो, WhatsApp संचार का एक समर्पित ऑनलाइन माध्यम है।

Importance of end-to-end encryption (E2EE)in Hindi. 

end-to-end encryption (E2EE) आपके डेटा को हैकर्स से वचाता है। E2EE का काम आपके अनएन्क्रिप्टेड डेटा को तिसरी किसी पार्टियों को डेटा Access से रोकना है। भले ही हैकर्स उन सर्वरों पर अपनी पकर बना लें जहां आपका डेटा संग्रहीत है, लेकिन वे आपके डेटा को डिक्रिप्ट नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उनके पास Decryption Key नहीं होता है।यह आपके डेटा को निजी रखने मे मदद करता है। 

उदाहरण के तौर पर ,अगर आप Gmail का उपयोग करते हैं, तो Google आपके द्वारा अपने ईमेल में डाले गए हर detail जान सकता है, और वे detail आपके ईमेल को delete कर लेने के बाद भी सहेज के रखता है। 

अधिकांश सुरक्षा पेशेवर, end-to-end encryption को इस्तेमाल करने की सलाह देता हैं क्योंकि यह आपके संवेदनशील जानकारीओ को अवांछित हाथों में जाने से बचाता है। यह सरकार, कइ सेवा प्रदाता, हैकर या कोई दूरसंचार कंपनी के द्वारा भी हो सकता है। 

इसके अलावा, end-to-end encryption एक Single time सेट-अप प्रोग्राम है। एक बार जब आप अपने डेटा को एन्क्रिप्ट करने के लिए इसे इस्तेमाल मे लाते हैं, तो अब आप जब भी कोई नया संदेश भेजते या प्राप्त करते हैं, तो आपको इसे फिर दोबारा इंस्टॉल नहीं करना पड़ता।

FAQ’s

Q).एन्क्रिप्शन क्या है?

A).Encryption डेटा सुरक्षा का एक तकनीकी तरीका है जिसमे केवल एक अधिकृत या वैध पक्ष ही जानकारी को देख,पड और समझ सकते है। तकनीकी शब्दों में कहे तो, यह पड़ने योग्य plaintext को न समझने वाले ciphertext में वदल देने की एक प्रक्रिया है, जिसे encrypt ओर decrypt करने के लिए Cryptographic key की आवश्यकता होती है।यह दरअसल एक गणितीक codes का एक सेट है जोकि संदेश के sender और recipient इन दोनों के सहमति से पुरी होते हैं।

Q).एन्क्रिप्शन का उपयोग किस लिए किया जाता है?

A).एन्क्रिप्शन एक सरल संदेश या ईमेल की संदेशों को सुरक्षित करने की एक डिजिटल प्रक्रिया है, जो सरल संदेशों को एक अपठनीय text में वदल देता है- जिसे “cipher text” के नाम से जाना जाता है। यह कंप्यूटर सिस्टम पर संग्रहीत डेटा या फिर इंटरनेट के माध्यम से भेजे गए डिजिटल डेटा की गोपनीयता की रक्षा करने में मदद करता है।

Q).एन्क्रिप्शन के दो मुख्य प्रकार क्या हैं?

A).आम तौर पर, दुनिया भर में आज दो मुख्य प्रकार की एन्क्रिप्शन पद्धति का उपयोग किया जाता है।

ये इस प्रकार हैं:- A). Symmetric Encryption. B). Asymmetric Encryption.

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