SSL Certificate Kya Hai?|Types Of SSL Certificate In Hindi.

SSL certificate kya hai Types Of SSL certificate In Hindi.

SSL Certificate kya hai?Types Of SSL Certificate In Hindi? जब से Google ने SSL को एक रैंकिंग कारक के रूप में विचार करने का निर्णय लिया है, तब से SSL certificate की मांग, बढ़ गई है। ऐसे मे हर ब्लॉगर या वेबसाइट owner सोच रहे हैं कि आपने वेबसाइटों के लिए एक SSL Certificate कैसे प्राप्त किए जाएं।

अगर आप भी एक वेबसाइट owner है ओर अपना वेबसाइट अभी तक HTTP Protocal के साथ Run कर रहै है,तो आपको भी आपने साइट की बेहतर प्रदर्शन के लिए आपको इसे जल्दही  HTTP से HTTPS में स्थानांतरित कर लेना चाहिए। तो जेसा कि आप जानते ही होगें कि इसके लिए सवसे पहले आपको एक SSL certificate की जरुरत होती है। अगर आप इसे लेकर एक उलझन मे हे कि,SSL certificate kya hai?Types Of SSL certificate In Hindi,SSL certificate Meaning In Hindi, SSL Full Form, Definition of SSL In Hindi, What is SSL in Hindi, SSL Kya Hai in Hindi, SSL Certificates in Hindi.तो फिर आप सही जगह पर आए हैं। 

SSL Certificate Kya Hai?

क्या आप जानते हैं कि Google बिना SSL/TSL वाले वेबसाइटों को “सुरक्षित नहीं” मानता है? ओर Google इसे वेबसाइट कि Ranking का एक Factor भी बताया है। क्योंकि यह एक रैंकिंग Factor है,अगर आपने अभी तक अपनी वेबसाइट के लिए SSL certificate का प्रयोग नही किया है, तो आगे चल के हो सकता है कि,आप आपने ग्राहकों के विश्वास को खो दे।इसी लिए SSL certificate के बारे में पुरी जानकारी अपके लिए वेहद जरुरी है।

SSL certificate kya hai?|Types Of SSL certificate In Hindi.
SSL certificate kya hai?Types Of SSL certificate In Hindi.

तो चलिए जान लेते है कि ,आखिर SSL certificate hai kya? SSL certificate Meaning In Hindi, SSL Full Form, Definition of SSL In Hindi, What is SSL in Hindi, SSL Kya Hai in Hindi, SSL Certificates in Hindi.

SSL certificate Meaning In Hindi

SSL Certificate इंटरनेट की दुनिया में, डिजीटल सुरक्षा का एक मानक है।यह एक ऐसी वैश्विक मानक सुरक्षा तकनीक है,जोकि वेब ब्राउज़र और वेब सर्वर के बीच एक एन्क्रिप्टेड (encrypted)संचार को सक्षम बनाता है।

SSL Certificate Full Form in Hindi

SSLका पुरा नाम “Secure Sockets Layer” है। SSL एक सुरक्षित प्रोटोकॉल है जिसे इंटरनेट पर सुरक्षित रूप से जानकारी भेजने के लिए विकसित किया गया है।  वेबसाइट owners अपनी साइटों को सुरक्षित रखने के लिए SSL का उपयोग करता हैं। आमतौर पर, जब आपसे किसी वेबसाइट पर “लॉग इन” करने के लिए कहा जाता है, तो परिणामी Page SSL द्वारा सुरक्षित किया जाता है।

TLS Full Form in Hindi

Transport Layer Security (TLS) एक डेटा एन्क्रिप्शन प्रोटोकॉल होता है जो इंटरनेट पर होने बाले संचारो को सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। TLS इंटरनेट पर अनुप्रयोगों और उनके उपयोगकर्ता के बीच होने बाले संचारो की गोपनीयता और डेटा integrity को सुनिश्चित करता है। दरसल,Transport Layer Security, (SSL) का ही अपग्रेड वर्जन है।

SSL का उपयोग क्यों किया जाता है?

संवेदनशील जानकारीया (जैसे, क्रेडिट कार्ड नंबर, उपयोगकर्ताके नाम, पासवर्ड, ओर ईमेल, आदि को) हैकर्स और Online चोरों द्वारा चोरी या छेड़छाड़ किए जाने की जोखिम को कम करने के लिए लाखों लोगों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है। संक्षेप में कहै तो, एक SSL Certificate दो इच्छित पक्षों के बीच एक निजी ओर सुरक्षित ऑनलाइन वार्तालाप/सूचना के आदान प्रदान की अनुमति देता है।

ऐसे सुरक्षित कनेक्शन को बनाए रखने के लिए, एक SSL Certificate उपयोग में लाया जाता है – इसे डिजिटल प्रमाणपत्र भी कहा जाता है ,जोकि एक वेब सर्वर पर स्थापित होता है और निचे दिए गए दो कार्यको करता है:

१).यह वेबसाइट की पहचान को प्रमाणित करता है ओर साथ ही Visitors का सही साईट पर होना  सुनिश्चित करता हैं।

२).यह प्रसारित किए जाने वाले डेटा को एन्क्रिप्ट करता है ओर उसे सुरश्चित बनाता है।

SSL Certificates कैसे काम करता है?

अधिकांश लोगों को यह पता नहीं है कि, एक SSL/TSL आखिर कैसे काम करता है।चलिए एक SSL Certificate कैसे काम करता है इसे थोड़ी आसान भाषा मे समझते है?जब कोई वेब ब्राउज़र के जरिए किसी वेबसाइट पर जाता है, तो वह पहले यह देखता है कि उस वेबसाइट पर SSL सर्टिफिकेट जुड़ा होया है या नहीं। बशर्ते कि SSL handshake प्रक्रिया शुरू हो।इस प्रक्रिया के दौरान, वेब ब्राउज़र SSL Certificate की वैधता की जांच करता है और साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि वेबसाइट सही मे प्रमाणित है।

सभी SSL Certificate कि एक निजी key और सार्वजनिक key होते हैं। ये key अलग से एन्क्रिप्शन(encryption) और डिक्रिप्शन(decryption) को संभालता हैं। SSL handshake प्रक्रिया के दौरान ब्राउज़र और सर्वर के बीच कनेक्शन को सुरक्षित रखने में मदद करता है।एक बार जब  SSL प्रमाणपत्र की वैधता की पुष्टि हो जाता है, तो Client और सर्वर(server) द्वारा एक Session key बनाई जाती है।SSL handshake प्रक्रिया  पूरा हो जाने के बाद अब वेब ब्राउज़र (Client) और सर्वर (server)के बीच एक सुरक्षित संबंध बनना के लिए तॆयार है।

SSL प्रमाणपत्र की आवश्यकता किसे है?

इंटरनेट पर सभी वेबसाइटों HTTPS मे कन्वर्ट करने के लिए के लिए SSL certificate की आवश्यकता होती है। खास तोर पर , सभी ऐसी वेबसाइटों के लिए यह वेहद ही आवश्यक होता है जोकि उपयोगकर्तायो की जानकारी को एकत्रीत करते है, जैसे लॉगिन कि विवरण, भुगतान कि जानकारी, क्रेडिट कार्ड कि गुप्त जानकारी , और भी बहुत कुछ।ओर अगर आप एक ई-कॉमर्स स्टोर, सदस्यता लेने जैसी वेबसाइट चला रहे हैं,या फिर उपयोगकर्ताओं को लॉगिन करने की आवश्यकता जैसी वेबसाइट चला रहे है, तो सुरक्षा के तौर पर आपको तुरंत ही एक SSL certificate की आवश्यकता होगी।

सुरक्षा के अलावा भी, उपयोगकर्तायो  के बीच आपके ब्रांड की एक सकारात्मक छबी भी बनाता है। ईसके अलावा ,Google भी SSL का उपयोग करने की सिफारिश करता है, और जेसा कि पहले भी बताया है कि SSL का उपयोग करने बाली वेबसाइटें खोज परिणामों में अधिक रैंक हासिल करता हैं ओर SSL एक SEO Factor भी होता है।ओर फिर अगर आपकी वेबसाइट SSL certificate का उपयोग नहीं करता है, तो web browser आपके उपयोगकर्ताओं को अपके वेबसाइटको सुरक्षित नहीं होने का संदेश दिखाता है। SSL का उपयोग  वेब ब्राउज़र में  LockPad Icon का एक निशान दिखाता है जोकि अपके साईट की सुरक्षित होने का सबूत होता है।

Different types of SSL certificates in Hindi.

SSL Certificates के प्रकारों की बात करें तो यह लगभग छह प्रकार के हैं और ये कुछ इस प्रकार हैं: –

  • Single Domain SSL Certificates.
  • Multi-Domain SSL Certificates (MDC) 
  • Wildcard SSL Certificates. 
  • Domain Validation SSL Certificates. 
  • Organization Validation SSL Certificates. 
  • Extended Validation SSL Certificates.

Single Domain SSL Certificate.

जेसा कि नाम से ही पता चलता है कि, यह एक Single Domain पर लागू होने बाली SSL प्रमाणपत्र है ,जोकि केवल एक ही डोमेन  पर लागू होता है। इसका उपयोग किसी भी अन्य डोमेन को प्रमाणित करने के लिए नहीं किया जा सकता है, जारी किए गए डोमेन के उप-डोमेन(Sub- Domain) पर भी नहीं। इस प्रकार का SSL प्रमाणपत्र डोमेन के सभी वेब पेजों के लिए भी मान्य है।

Multi-Domain SSL Certificates (MDC).

एक Multi-Domain SSL Certificate(MDC), पर कई अलग-अलग डोमेन को सूचीबद्ध किया जा सकता है। एक MDC के साथ, जो डोमेन  एक दूसरे के उप -डोमेन नहीं हैं वे भी इस प्रमाण पत्र को साझा कर सकते हैं।मल्टी-डोमेन सर्टिफिकेट, जिसे सैन (SAN)सर्टिफिकेट भी कहा जाता है। ये प्रमाण-पत्र विभिन्न डोमेन और उप-डोमेन में कई नामों को सुरक्षित करने के लिए आदर्श हैं। 

इस प्रमाण पत्र के साथ, आप नीचे दिए गए उदाहरण की तरह अपने मल्टी-डोमेन को सुरक्षित कर सकते हैं:

www.example.com , www.example2.com , www.example3.net , mail.example.net , dev.example2.net

Wildcard SSL certificate kya hai?.

Wildcard SSL certificates एक single डोमेन और उसके सभी उप – डोमेन के लिए होता हैं। आमतौर पर, उप – डोमेन एक ही मुख्य डोमेन की छतरी के नीचे होता है। असल मे , उप-डोमेन में एक ही पता होता है, जोकि ‘www’ या फिर इसके  अलावा भी किसी और चीज़ से शुरू होता है।

जैसे कि, www.example.com में कई उप-डोमेन हो सकते हैं, जिनमें blog.example.com, support.example.com, और Developers.example.com आदि शामिल हो सकता हैं। यह सभी  मुख्य डोमेन example.com डोमेन के उप-डोमेन(Sub-Domain) है।

Domain Validation SSL certificate kya hai?

Domain Validation(DV) सबसे आसान ओर सरल सुरक्षा स्तर है। इन  प्रमाणपत्रों में से एक प्राप्त करने के लिए, एक संगठन को केवल यह साबित करना होता है कि वे उस डोमेन को नियंत्रित करता हैं ओर उसी डोमेन का मालिक है। वे डोमेन से जुड़े DNS रिकॉर्ड को बदलकर या  CA (Certificate Authority) को ईमेल भेजकर ऐसा कर सकते हैं। अक्सर यह प्रक्रिया स्वचालित होता है।

यह ब्लॉग, पोर्टफोलियो साइट्स या छोटे व्यवसायों के लिए एक अच्छा विकल्प है,  खासकर कोई व्यवसाय जो अपनी वेबसाइट के माध्यम से उत्पादों को सीदे तोर पर न बेचता हो ,जैसा कि एक रेस्तरां या फिर एक कॉफी की दुकान।

Organization Validation SSL certificate kya hai?.

इस प्रकार का सर्टिफिकेट मे एक मैनुअल  प्रक्रिया शामिल होता है। इसमे सर्टिफिकेट अथॉरिटी (CA), SSL certificates के लिए आवेदन करने वाले संगठन से संपर्क करता है,  साथ ही वे संगठन से जुड़े दस्तावेज़ो का जांच भी कर सकता हैं। Organization Validation(OV) SSL certificates में ऑर्गनाइजेशन का नाम और पता होता है, जोकि इसे यूजर्स के लिए Domain Validation certificates(DV) से कई ज्यादा भरोसेमंद बनाते है।

Extended Validation SSL certificate kya hai?

Extended Validation(EV)SSL Certificates में संगठन की पूरी पृष्ठभूमि की गहरी जाँच शामिल हीता है। जिसमे CA (Certificate Authority) यह सुनिश्चित करता है कि,आवेदनकारी संगठन सही मे मौजूद है या नही और कानूनी तौर पर वे एक व्यवसाय के रूप में इसी तरह से पंजीकृत है या नही। Extended Validation SSL Certificates की प्रक्रिया वाकी सभी SSL Certificates के तुलना मे सबसे लंबा होता है और सबसे अधिक महंगा होता है। पर यह SSL प्रमाणपत्र अन्य SSL प्रमाणपत्रों की तुलना में अधिक भरोसेमंद होता हैं। 

खासकर, बड़े उद्योगो, वित्तीय संस्थानों ,बैंकिंग सिस्टम और ईकामर्स स्टोरों को  Extended Validation SSL Certificates कि जरुरत जादा होती है। यह विशेष रूप से उन सभी साइट के लिए महत्वपूर्ण है जोकि संवेदनशील ग्राहक डेटा, जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर, या नाम और पते को संभालता है।

उपरोक्त यह सभी SSL प्रमाणपत्र के विभिन्न प्रकार हैं( types of SSL certificates in Hindi.)ओर इनमे से अपने साईट के जरुरत के अनुसार आपको इसे चुनना होगा।

Conclusion.

SSL certificate kya hai? SSL प्रमाणपत्र अब किसी भी वेबसाइट के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह अब आधुनिक वेबसाइटों के लिए सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा मानकों में से एक है। यह ग्राहकों के विश्वास  को बनाता है। डेटा ट्रांसफर के लिए SSL एक सुरक्षित कनेक्शन प्रदान करता है, आधुनिक इंटरनेट ब्राउज़र की सुरक्षा जरुरतो को पूरा करने के लिए एक सुरक्षा स्तर बनाता है, ओर साथ ही ऑनलाइन लेनदेन के लिए PCI DSS security compliance  को स्पष्ट करता है।  लंबे समय तक ऑनलाइन उपस्थिति जारी रखने वाले किसी भी वेबसाइट के लिए SSL certificates पर्याप्त लाभ प्रदान कर सकता है।

मुझे उम्मीद है कि आपको इस लेख के माध्यम से SSL प्रमाणपत्र से संबंधित SSL certificate kya hai?Types Of SSL certificate In Hindi,SSL certificate Meaning In Hindi, SSL Full Form, Definition of SSL In Hindi, What is SSL in Hindi, SSL Kya Hai in Hindi, SSL Certificates in Hindi यह सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए होंगे। इस तरह की और भी नई और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस ब्लॉग को Subscribe करे और सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि पर साझा करें। 

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One thought on “SSL Certificate Kya Hai?|Types Of SSL Certificate In Hindi.

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