Domain Kya Hai? What is Domain in Hindi?

Domain Kya Hai? यह online दुनिया का एक पता है जिसका उपयोग किसी वेबसाइट तक पहुंचने के लिए किया जाता है, जैसे कि ‘google.com’ ‘Digipole.in’और ‘facebook.com’ आदि।

यह आपके उपयोगकर्ताओं को आईपी पते का उपयोग करके आपकी वेबसाइट के साथ communicate कराता है।एक Domain name ब्राउज़र पर आसानी से आपकी साइट को खोजने में मदद करता है।

यह इंटरनेट कि दुनिया का एक बुनियादी ढाँचा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

इस article में, हम इसके बारे में आवश्यक सभी पहलुओं को जानने कि कोशिश करेंगे।साथ ही हम जानंगे कि डोमेन कैसे काम करता हैं और उनके कितने प्रकार होते है, कैसे हम आपने लिए एक Domain name को resister कर सकते है।

Domain Kya Hai

जैसाकि पेहले भी बताया कि, ये एक Website का पता होता है और साथ ही एक डोमेन एक्सटेंशन जुडा होता है। किसी भी website के लिए एक डोमेन नेम किया होना चाहिए यह पुरी तरह आप पर निर्भर करता है

जो कई भी अक्षर, संख्याएं, हाइफ़न आदि के साथ हो सकते है, जबकि इसके एक्सटेंशन आमतौर पर कुछ तय अक्षरों का एक सेट होता है।

जिस तरह से आपके घर का एक address होता है जिसके जरीए लोग आसानि से आपके रहने बाले स्थान का पता लगा सकते है, बिलकुल उसी तरह एक Domain name आपकी website का web address होता है जो लोगों को आपकी website खोजने में मदद करता है।

एक domain name के बिना, उपयोगकर्ता केवल इंटरनेट प्रोटोकॉल यानि के IP address के जरीए आपकी website तक पहुंच सकते हैं।हालाँकि,एक IP address को हमेशा याद रख पना मुश्किल भरा काम है

क्योंकि उनमें संख्याओं की एक जटिल श्रृंखला होती है, इसके अलाबा उन्हें लोगो मे साझा करना भी आपने आप में एक कठिन काम है।

दुसरि और, एक domain name को याद रख पना बहुत आसान होता हे। एक domain name आपकी वेबसाइट कि मजबुत पहचान होता है और आपकी website पर ढेर सारा ट्रैफ़िक लाने में मदद करते हैं।

Domain कैसे काम करते हैं?

हर एक वेबसाइट के लिए निम्नलिखित दो मुख्य तत्व होते हैं: एक है डोमेन नेम और दुसरा है web hosting। जैसा कि मेने पेहले भी कहा कि हर domain एक IP address से जुड़ा होता है।

अभ जब भी कोई उपयोगकर्ता किसी ब्राउज़र के द्बारा इसे search करता है,तो वे DNS के जरिए उस वेब सर्वर की ओर इशारा करता है जो आपकी साइट को होस्ट कर रहा होता है।

DNS सर्वर आपके domain name से जुड़े उस IP address की खोज करता है जिस सर्वर पर आपकी IP address की जानकारी मौजुद है,और उसे वेब ब्राउजर को लौटा देता है।

फिर, यह होस्टिंग सर्वर से साइट के बारे में डेटा कि मागं करता है ओर उसे उपयोगकर्ताओ के सामने प्रस्तुत करता है।

एक वेब सर्वर आपके वेबसाइट के सभी डेटाओ को स्टोर करता है, जिसमें आपके वेबसाइट की सभी फाइलें , डेटाबेस और HTML code शामिल होते हैं।

एक बार जब होस्टिंग सर्वर clint के द्वारा मागं कि गई डेटा को वापस भेज देता है, तो web browser इसे एक web page में बदलकर उपयोगकर्ता के सामने पेश करता हैं।

Domain और URL के बीच Differences क्या हैं?

  • इसे स्तरों में विभाजित किया जाता है,जैसे subdomain, domain suffix आदि।
  • एक URL में अधिक जानकारी प्रदान करता है, और host name, पोर्ट, पथ आदि द्वारा विभाजित किया जाता हैं।
  • एक Domain name और एक URL (Universal Resource Locator) कुछ समानताओ के साथ अलग-अलग चीजों को संदर्भित करते हैं।
  • जबकि,URL में एक प्रोटोकॉल और एक पथ होता है। प्रोटोकॉल यह दशा॔ता है कि किसी साइट के पास SSL certificate है या नहीं। एक URL मे पथ केवल तभी होता है जब वे विज़िटर को किसी साइट कि specific page को निर्देशित कर रहा होता हैं।
  • URL किसी specific page का पता लगाने वाला एक unique इंटरनेट पता होता है और इसके एक हिस्से मे domain name जुडा होता है।
  • जबकि, domain name तकनीकी IP address का एक सरल रूप होता है और domain authority के साथ किसी organization या Brand को परिभाषित करता है।
  • इसके बीच मुख्य अंतर यह है कि URL एक स्ट्रिंग है जो किसी वेबपेज की स्थान या webpage के पते को दशा॔ता है जबकि एक domain URL का एक हिस्सा होता है जो एक जटिल IP address को एक सरल ओर अधिक human-friendly बनाता है।

Domain Name को कैसे पंजीकृत किया जाता है?

इसे चुनने से पहले इसकी जांच करे कि यह उपलब्ध है या नही।इसे ढूंढते समय, अपनी ब्रांडिंग और साथ ही उसकी लागत पर भी विचार करने चाहिए।

इसे तय करते समय, कोशिश करें कि यह लोगो द्वारा आसानि से याद रखने बाला हो ताकि कोई user एकबार अगर आपकी website visit करता है तो वे इसे आसानी से याद रख सके और दोबारा आपकी website को visit कर सके।

अक्सर लोकप्रिय Domain अधिक महंगे होते हैं और हो सकता है कि वे पहले से ही किसी ओर के द्वारा Register हो चुके हों। उस स्थिति में, कभी-कभी providers के पास कुछ विकल्प होते हैं। उपयोगकर्ता एक ही नाम या विकल्प के साथ एक अलग TLD को भी चुन सकते हैं।

जब आप इसे रजिस्ट्रार करने जा रहे है, तो हमेशा GoDaddy, Bigrock,Namecheap,जैसे भरोसेमंद रजिस्ट्रार से उन्है खरीदें।साथही एक वैध रजिस्ट्रार के लिए, (ICANN) Internet Corporation for Assigned Names and Numbers की जांच करे।

जब भी इसे आप register करने जा रहे है, तो पहले इसकी पंजीकरण कि अवधि और आप इसे कहाँ जोड़ना चाहते हैं इसका चुनाव करे। आप चाहे तो इसके साथ एक additional security layer को भी add कर सकते है।

यह WHOIS रिकॉर्ड में आपकी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने और साइबर हमलों से सुरक्षा देने के लिए एक अतिरिक्त सुरक्षा परत प्रदान करेगा। यह आपकी साइट की पहचान की चोरी को रोकने में आपकी मदद करता है।

Domain Ownership kya Hai?

इसके owner कानूनी तौर पर उसके registrant होता है। लेकिन,जब भी कोई इसे पंजीकृत करता है, तो registrant रजिस्ट्रार की पुरी जानकारी एकत्रित करता है और उसे WHOIS directory में जमा करता हैं।

जब एक बार आप इसे पंजीकृत कर लेते हैं, तो जब तक आप इसके लिए fees का भुगतान करते हैं, तब तक आप इसके owner रहेंगे।

कोई व्यक्ति जब कानूनी रूप से इसके लिए पंजीकृत हो जाता है, और एक मान्यता प्राप्त registrant के पास आपने सभी प्रासंगिक जानकारी जमा कर देता है, तो उस web address का पुरा अधिकार उस रजिस्ट्रार कि गई व्यक्ति के पास होता हैं।

वे चाहे तो उन्हें किसी भी समय बेच भी सकता है। और अगर वे चाहे तो उन्हें किसी को हस्तांतरित भी कर सकते हैं।

Domain Name Important क्यों हैं?

ये महत्वपूर्ण इस लिए होता है क्यों कि,जब आप एक domain के मालिक होते हैं, तो आपके व्यवसाय या वेबसाइट की विश्वसनीयता users के लिए कई गुना बढ़ जाता है।

इसके जरिए उपयोगकर्ता आपकी वेबसाइट के बारे में सही संदेह प्राप्त करते हैं, और जब ये आपके व्यवसाय के अनुरूप होता है, तो यह उपयोगकर्ताओ के निकट आपकी कंपनी को एक आत्मविश्वास की भावना प्रदान करता है।

अगर किसी कंपनी का domain name उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले सेवाओं से संबंधित होता है, तो उपयोगकर्ताओं के लिए उन्हें ढूंढना आसान हो जाता है, भले ही वे उस कंपनी के बारे में पहले कभी सुना न हो।

अगर कोई उपयोगकर्ता उन जैसे सेवाओं के लिए search engines पर search करता हैं, तो मुमकिन है कि आपकी कंपनी की वेबसाइट search engine result page पर मिले और उन्हें आपके वेबसाइट पर निर्देशित करे।

डोमेन नाम के प्रकार

यह कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं।एक site owner के तौर पर अलग-अलग प्रकार के Domain को समझना आपको एक सही Domain चुनने मे मदद कर सकता है। इसे चुनने से पहले कुछ बुनियादी नियमों और अवधारणाओं को जान लेना आपके लिए वेहद जरुरी हैं।

चलिए निचे इसके अलग-अलग प्रकार पर एक नजर ढाल लेते है।

Top-Level Domains (TLDs)

1985 में, The Internet Assigned Numbers Authority (IANA) को छह Top Level Domains names जारी किए गए थे, जो इनके एक्सटेंशन के रूप में जाना जाता हैं।

  • .COM: यह आम उपयोग में आने वाला पहला शीर्ष-स्तरीय डोमेन था। जबकि .com को शुरू में व्यावसायिक संगठनों द्वारा उपयोग करने के इरादे से बनाया गया था। 1990 के दशक के मध्य तक, (.com) व्यवसायों, वेबसाइटों और ईमेल के लिए सबसे लोकप्रिय और आमतौर पर इस्तेमाल किये जाने वाला शीर्ष-स्तरीय डोमेन बन चुका था।
  • .NET: यह नेटवर्क का एक संक्षिप्त रूप है, इसे उन संस्थानों के लिए पेश किया गया था जो इंटरनेट सेवा प्रदाता या नेटवर्क प्रौद्योगिकी का हिस्सा था।
  • .EDU: यह शिक्षा का एक संक्षिप्त रूप है, इसे शिक्षण संस्थानों के लिए बनाया गया था। यह विशेष रूप से विश्वविद्यालयों के लिए अभिप्रेत था। मूल रूप से TLD .edu केवल शैक्षिक केंद्रों से जुड़ा हुआ था। इसके संयोजन में विद्यालयों (.edu) का भी प्रयोग किया जाता था।
  • .ORG: यह संगठन का एक संक्षिप्त रूप है, .org गैर-लाभकारी संस्थाओं के लिए बनाया गया था। इन दिनों .org का उपयोग गैर-लाभकारी संस्थाओं, लाभकारी व्यवसायों, स्कूलों और समुदायों द्वारा किया जाता है।
  • .MIL: यह सेना के लिए एक संक्षिप्त रूप है, .mil अमेरिकी सेना के लिए पेश किया गया था। यह सैन्य शाखाओं के लिए reserved है।
  • .GOV: यह सरकारी संगठनों के लिए एक संक्षिप्त रूप है, .gov, जैसे .mil, संघीय सरकारी एजेंसियों के लिए reserved है।

Country code top-level (ccTLD)

भौगोलिक स्थानों के आधार पर एक देश को दूसरे से बिभाजित करने के लिए, दो-अक्षर वाले डोमेन कि स्थापना किए गए । उदाहरण के लिए, (.uk) England और (.in) India को represent करता हैं।

Generic top-level (gTLD)

  • Generic top-level domains (gTLD): ये DNS संरचना में शीर्ष-स्तर के रूप में काम करता हैं।इनमें चार subcategories शामिल हैं। (.com, .net, .org, .info) इस श्रेणिके अन्तरगत आता हैं और इसे सामान्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  • Generic restricted: ये (.pro, .biz, .name) की श्रेणियां हैं जिनका उपयोग केवल खास उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
  • Sponsored: ये (.edu, .gov, .int, .mil, .cat, .asia, .mobi, .travel, .tel, .jobs) के श्रेणियो मे आते हैं जिनका उपयोग केवल किसी खास उद्योग के लिए किया जा सकता है।
  • Infrastructure: इन्फ्रास्ट्रक्चर (.arpa) मूल top-level domains में से एक था जिसका उपयोग DNS इन्फ्रास्ट्रक्चर कि मदद के लिए किया जाता था।

Second-Level

यह DNS संरचना में, second-level, top-level domains को follow करता हैं।उदाहरण के लिए, google.com , — इस मामले में google, top-level (.com) का second-level domain है।

Third-level

DNS संरचना में,यह third-level और second-level को follow करता हैं। उन्हें आम तौर पर subdomain के रूप में जाना जाता है।बड़ी कंपनियां अक्सर अपनी साइट पर विभिन्न विभागों के पहचान के रूप में इसका उपयोग करता हैं। इसे वर्ल्ड वाइड वेब (www) मे सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।

Conclusion

जब विज़िटर आपकी वेबसाइट पर आते हैं तो यह एक IP address का उपयोग करता है जिसमें संख्याओं की एक श्रृंखला होती है, जिसे याद रखना मुश्किल होता है।

ऐसे मामलों में एक डोमेन वेबसाइट को उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक सुलभ बनाता है। Domain किसी भी website के लिए एक अनिवार्य हिस्सा है।

यह आपके brand और सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन को दर्शाता है। उम्मीद है कि, Domain kya hai? इससे जुड़ी सारी जानकारी आप इस लेख के माध्यम से प्राप्त कर पाए हैं।

इस तरह के और अपडेट पाने के लिए Digipol Hindi ब्लॉग को नियमित रूप से फॉलो करें और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
धन्यवाद

About The Author

Author and Founder digipole hindi

Biswajit

Hi! Friends I am BISWAJIT, Founder & Author of 'DIGIPOLE HINDI'. This site is carried a lot of valuable Digital Marketing related Information such as Affiliate Marketing, Blogging, Make Money Online, Seo, AdSense, Technology, Blogging Tools, etc. in the form of articles. I hope you will be able to get enough valuable information from this site and will enjoy it. Thank You.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *